आस्था

17 वर्ष से निर्विध्न रूप से निरंतर जल रही है ज्वाला देवी से लाई गई जलती हुई ज्योत

राजेश बनासिया भाऊखेड़ी
एमपी मीडिया पॉइन्ट

सीहोर जिला मुख्यालय से महज 18 किलोमीटर दूर इछावर ब्लाक के अंतर्गत आने वाला ग्राम भाऊँखेड़ी जहाँ पिछले 17 साल से ज्वाला देवी,ज्योत के रूप में विराजमान है। हिमाचल प्रदेश से लाई गई ज्योत आज भी इछावर ब्लाक के ग्राम भाऊँखेड़ी के दुर्गा मंदिर में निर्विध्न रूप से प्रज्वलित है। इस नवरात्र पर माँ ज्वाला देवी के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में भक्तगण ग्राम भाऊँखेड़ी पहुँच रहे है।
ब्लाक के भाऊँखेड़ी गाँव मे ज्वालादेवी का मंदिर है जिस पर देवी के भक्तों की असीम आस्था है। मान्यता है की यहाँ भक्तो की समस्त मनोकामना माँ की कृपा से पूर्ण होती है।ग्रामीण बताते है की माता के दरबार मे मत्था टेकने असंख्य भक्तों ने विगत 17 वर्षों में फर्श से अर्श तक का सफर तय कर लिया है।यहाँ विराजमान ज्योत के बारे में विशेषता यह भी है की ज्वाला देवी मंदिर से लाई गई ज्योत पिछले 17 साल से लगातार जल रही है। ज्वाला जी की ज्योत के बारे में अधिक जानकारी देते हुवे मन्दिर के पुजारी दिनेश दास बैरागी बताते है की 17 साल पहले 2006 में ग्राम के 18 लोग हिमाचल प्रेदश के कांगड़ा से जलती हुई ज्वाला देवी की ज्योत ग्राम में लेकर आये थे जिसे बड़े ही विधि विधान के साथ दुर्गा मंदिर में स्थापित किया गया था जो आज तक निरंतर जल रही हैं साथ ही मंदिर में धुना भी उसी दिन से जलता आ रहा हैं। ग्राम के वयोवृद्ध बुजुर्ग लोग बताते है की ग्राम के दुर्गा मंदिर में जिस दिन से ज्वाला जी की जोत की स्थापना हुईं है उस दिन से अभी तक ग्राम पर किसी भी प्रकार का संकट नही आया है।वर्तमान में मन्दिर का जीर्णोद्धार का कार्य चल रहा है जिसमे ग्राम के देवी भक्तों का विशेष योगदान मन्दिर समिति को मिल रहा है वही बाहर के देवी भक्त भी अपनी क्षमताओं के अनुरूप सहयोग कर रहे है वही एक ओर जब ग्राम में किसी किसान के घर कोई मवेशी जनती है तो उसके दूध से पहला घी घर मे जो बनता है वह घी कई किसान माँ ज्वालादेवी की ज्योत के लिए अर्पित करते है इस समय नवरात्र के अवसर पर आचार्य तारकेश्वर व्यास के सानिध्य में हवन,व अभिषेक व पूजन के कार्यक्रम प्रतिदिन चल रहे है।

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